कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में 1977 के चुनाव में पहली बार चारों सीटें खो दी थी।

फ्लैश बैक: कांग्रेस ने 1977 के हिमाचल प्रदेश चुनाव में पहली बार चारों सीटें खो दी थी।


शिमला , ब्यूरो रिपोर्ट 

1977 के चुनाव में हिमाचल प्रदेश में 19,61,050 लोगों ने मतदान किया। इनमें 9,55,791 महिलाएं और 10,05,259 पुरुष मतदाता थे।  59.56% मतदाताओं, यानी 11,67,927 लोगों ने अपना वोट डाला। 2.49 प्रतिशत मत किसी भी कारण से खारिज हो गए थे। कुल 3361 मतदान केंद्र थे। 25 उम्मीदवारों ने चार सीटों पर नामांकन किया था। 


कोई उम्मीदवार महिला नहीं थी। 9 नाम वापस लिए गए और दो नाम रद्द किए गए। मैदान में खड़े 14 उम्मीदवारों में से छह की गिरफ्तारी हुई। कांग्रेस को चारों सीटों पर पहली बार हार का सामना करना पड़ा। बीएलडी में शिमला से बालक राम, मंडी से गंगा सिंह, कांगड़ा से दुर्गा चंद और हमीरपुर से रंजीत सिंह विजेता रहे।  अगर मतदाता पहचान पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज को साथ ले जाना मुश्किल है तो आप इसे अपने फोन पर सेव कर सकते हैं। 

डिजि लॉकर इसके लिए सर्वश्रेष्ठ है। भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत डिजिटल लॉकर की पहल की है।  वोटर आईडी कार्ड को भी डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मतदाता e-EPIC, या इलेक्ट्रॉनिक इलेक्टोरल फोटो आईडी कार्ड, को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड कर रख सकते हैं।  

104 वर्षीय सरवनी देवी, ग्राम पंचायत दधोल के जसवानी गांव की निवासी, किसी भी चुनाव में मतदान करना नहीं भूली। 1940 में शादी के बाद पहला मत दिया था। मतदान केंद्र छंदोह से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर है, लेकिन वह अपना पहला वोट डालने गई थी तो घर से साढ़े तीन किलोमीटर दूर दधोल में था। पति के साथ पैदल चलकर वोट देने पहुंचीं। उनका कहना था कि सभी को मतदान करना अनिवार्य है। 

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