दो सांसदों पर दांव लगाने की योजना; शिमला से सुल्तानपुरी और मंडी से विक्रमादित्य भी पैनल में हैं।

  दो विधायकों को दांव लगाने की योजना; पैनल में शिमला से सुल्तानपुरी और मंडी से विक्रमादित्य भी हैं।

शिमला , ब्यूरो रिपोर्ट

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस दो विधायकों पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। पैनल में मण्डी संसदीय सीट से वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह के अलावा उनके पुत्र और मंत्री विक्रमादित्य सिंह का नाम भी है।


पैनल में इशमला से विधायक विनोद सुल्तानपुरी, अमित नंदा, कांगड़ा से पूर्व मंत्री आशा कुमारी और पूर्व विधायक जगजीवन पाल हैं। हमीरपुर केवल सतपाल रायजादा का नाम अंतिम है। 11 और 13 अप्रैल को नई दिल्ली में प्रस्तावित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में कांग्रेस के प्रत्याशी लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए निर्धारित होंगे। 

शनिवार को नई दिल्ली में समन्वय समिति और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में संभावित प्रत्याशियों के नाम शार्टलिस्ट किए गए। सुजानपुर, धर्मशाला, बड़सर, गगरेट और लाहौल-स्पीति विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मजबूत प्रत्याशियों की खोज जारी है।  विवेक शर्मा को कुटलैहड़ सीट से बाहर निकाला जाना लगभग निश्चित है। 

प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर और पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में विचार विमर्श किया। विक्रमादित्य ने विशेष रूप से समन्वय समिति की बैठक में भाग लिया। समन्वय समिति की बैठक शनिवार सुबह 11 बजे शुरू हुई। इस दौरान संभावित उम्मीदवारों की चर्चा हुई। 

सर्वे रिपोर्ट को वेणुगोपाल को सौंप दी गई। इसी के आधार पर पैनल ने मंडी से विक्रमादित्य और शिमला से सुल्तानपुरी का नाम लिया। विक्रमादित्य का नाम मंडी केे सर्वे में सर्वोच्च स्थान पर रहा है। भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत से मुकाबले के लिए उन्हें सशक्त माना जाता है। कांग्रेस ने भी शिमला से भाजपा सांसद रहे वीरेंद्र कश्यप को मुद्दा बनाया है।  

स्क्रीनिंग कमेटी की दोपहर 12:00 बजे की बैठक में पूर्व रेल राज्य मंत्री भक्त चरण दास ने समन्वय समिति की बैठक में संभावित प्रत्याशियों के नाम शार्टलिस्ट किए। बैठक में केंद्रीय चुनाव समिति को प्रस्तावित प्रत्याशियों के नामों का पैनल मंजूरी के लिए भेजने का निर्णय लिया गया। शाम छह बजे समन्वय समिति फिर से मिली। इस बैठक में रणनीति बनाई गई, जिसमें लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव शामिल थे। 

विक्रमादित्य को मंडी संसदीय सीट से कंगना के मुकाबले युवा प्रत्याशी के तौर पर सक्षम माना जा रहा है। साथ ही, शिमला से छह बार सांसद रहे दिवंगत केडी सुल्तानपुरी के बेटे विनोद को चुनाव में उतारने की योजना बनाई जा रही है, विशेष रणनीति के तहत।

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