टांडा में मुफ्त स्टेंट और पेसमेकर की कमी

                                    टांडा में भटक रहे मरीजों के लिए मुफ्त स्टेंट और पेसमेकर

कांगड़ा, ब्यूरो रिपोर्ट 

आयुष्मान और हिमकेयर कार्ड धारकों को टांडा, राज्य का दूसरा सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज, में स्टेंट और पेसमेकर नहीं मिल रहे हैं। मरीज इससे मुसीबत में हैं। आयुष्मान और हिमकेयर कार्ड धारकों को स्टेंट और पेसमेकर फ्री में दिए गए। 


लेकिन टांडा में स्टॉक खत्म होने से यह स्टेंट और पेसमेकर मुफ्त में डलना बंद हो गए हैं। इसलिए लोगों को अपने पैसे से इलाज करवाना पड़ रहा है। इसलिए गरीब मरीजों को बहुत मुश्किल है। आयुष्मान और हिमकेयर, जो पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देते हैं, इन मरीजों के निशुल्क इलाज के कार्डों से गरीब मरीजों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। 

मरीजों को स्टेंट, पेसमेकर और अन्य सामान खरीदने के लिए पैसे खर्चने पड़ रहे हैं। टांडा के एमएस डॉ. मोहन ने बताया कि मरीजों को सरकार की ओर से धन नहीं मिलने के कारण यह समस्या है। आयुष्मान और हिमकेयर कार्ड धारकों को फिर से मुफ्त में स्टेंट और पेसमेकर मिलना शुरू हो जाएगा जैसे ही सरकार ने आचार संहिता का भुगतान किया। 

रक्त वाहिकाओं और हृदय के उपचार में स्टेंट और पेसमेकर आधुनिक उपकरण हैं, लेकिन उनके उद्देश्य और उद्देश्य अलग हैं। जबकि एक पेसमेकर हृदय की चाल को नियंत्रित करने में मदद करता है, स्टेंट धमनियों के माध्यम से निरंतर रक्त प्रवाह को सुनिश्चित करता है। 

रक्त वाहिकाओं और हृदय का उपचार करने के लिए स्टेंट और पेसमेकर आधुनिक उपकरण हैं, लेकिन उनके उद्देश्य और कार्य पूरी तरह से अलग हैं। एक पेसमेकर हृदय की चाल को नियंत्रित करने में मदद करता है, जबकि एक स्टेंट धमनियों के माध्यम से निरंतर रक्त प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। 

Comments

Popular posts from this blog