उस समय चंबा-देहरादून रूट पर यात्रियों को बहुत परेशानी हुई जब कांदू के पास एचआरटीसी की बस बीच रास्ते में तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गई।
बस में सवार लगभग 30 यात्री एक घंटे तक सड़क पर फंसे रहे। लंबे इंतजार और ठंड से परेशान यात्रियों ने स्टाफ से सवाल-जवाब किए। वहीं चालक-परिचालक भी उपलब्ध साधनों की कमी के चलते असहाय नजर आए।
यात्रियों में सूरज कुमार, करन कुमार, जीवन कुमार, रतन चंद, पुष्पा देवी, काजल कुमारी, जानवी का कहना है कि खराब बसें स्थिति को और अधिक बदतर बना देती हैं। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है, फिर भी निगम खराब बसों को रूट पर भेजता है। यह बस शुक्रवार शाम को सात बजे चंबा बस स्टैंड से निकली थी और करीब नौ बजे कांदू के पास अचानक रुक गई। बस में आई तकनीकी खराबी को ठीक करने के एक घंटे बाद बस रूट के लिए रवाना हुई।
दूसरी ओर बस चालक ने भी समय पर मेंटेनेंस और जरूरी स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता न होने का तर्क दिया।
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद चालक ने बस में अस्थायी सुधार कर बस को चालू किया और यात्रा को आगे बढ़ाया। इस घटना के बाद यात्रियों ने परिवहन निगम से इस रूट के तकनीकी रखरखाव में सुधार की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने। एचआरटीसी चंबा के डीडीएम शुगल सिंह का कहना है कि बसें काफी पुरानी हैं। कई बार तकनीकी खराबी आ जाती है। हरेक बस को मरम्मत के बाद ही रूट पर भेजा जाता है।
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