हिमाचल प्रदेश : - कांगड़ा से पठानकोट तक रेल सेवा न चलने से नाराज़

निचले कांगड़ा के ग्रामीणों ने पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरो गेज रेलमार्ग पर कांगड़ा से आगे पठानकोट तक रेलगाड़ियों को बहाल करने में हो रही देरी से आक्रोश व्यक्त किया है। ग्रामीणों का कहना है कि डलहौजी रोड के पास चक्की खड्ड पर ध्वस्त रेलवे पुल अब तैयार हो गया है। बैजनाथ से पठानकोट तक सीधी रेल सेवा अब फिर से शुरू हो सकती है।

बैजनाथ से जोगिंद्रनगर-कांगड़ा तक पांच दिसंबर से रेल सेवा बहाल हो चुकी है लेकिन कांगड़ा से आगे पठानकोट तक रेल सेवा अभी तक बहाल नहीं हो पाई है। रेलवे मंडल जम्मू ने नवंबर के अंत तक पुनर्निर्मित चक्की खड्ड पुल पर रेल ट्रायल के बाद पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक रेल सेवा बहाल करने का आश्वासन दिया था। रेलवे की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि कोपड़लाहड़ के पास फोरलेन सड़क निर्माण का मलबा रेल ट्रैक पर गिरने के कारण फिलहाल बैजनाथ से कांगड़ा तक रेल बहाल कर दी गई है और कोपड़लाहड़ के पास रेल ट्रैक से मलबा हटने का बाद कांगड़ा से आगे नूरपुर रोड तक रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी। इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।

नगरोटा सूरियां और आसपास क्षेत्र के निवासी राजेश नंदपुरी, अश्वनी गुलेरिया, रमेल गुलेरिया, आनंद साहिल सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि चक्की खड्ड रेलवे पुल का पुनर्निर्माण हो चुका है तो रेलवे विभाग कोपड़लाहड़ के पास रेल ट्रैक बहाल होने तक पठानकोट से ज्वालामुखी रोड (रानीताल) तक रेल सेवा बहाल कर सकता है। जुलाई से नूरपुर रोड से बैजनाथ तक अप-डाउन करने वाली रेलगाड़ियां बंद होने का कारण अब ग्रामीणों को आठ से 12 किमी पैदल सफर तय कर बस सुविधा लेनी पड़ रही है।

नंदपुर संघर्ष समिति और भारत जोड़ो एवं लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान कमेटी ने रेलवे विभाग को चेतावनी दी है कि यदि 15 दिसंबर तक पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक रेलगाड़ियां बहाल नहीं हुईं तो रेलवे बोर्ड सहित केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।


चक्की खड्ड पुल का फिनिशिंग वर्क चल रहा है। इसके 25 दिसंबर तक पूरा हो जाने की संभावना है। वहीं, कोपड़लाहड़ के पास रेल ट्रैक से मलबा हटाने का काम भी युद्ध स्तर पर चला हुआ है। काम पूरा होने के बाद रेल ट्रैक का ट्रायल लेकर पठानकोट से बैजनाथ तक रेलगाड़ियां बहाल कर दी जाएंगी।
- जसवीर सिंह, कमर्शियल मैनेजमेंट इंस्पेक्टर मंडल रेलवे जम्मू


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