राणा बलाचौरिया ह-त्या कांड : - चाचा ने कहा कि भतीजे को किसी से शत्रुता नहीं थी; गैंगवार को मारपीट से जोड़ना गलत है।

सोमवार शाम मोहाली के सोहाना में कबड्डी प्रमोटर और खिलाड़ी कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की हत्या कर दी गई।  राणा बलाचौरिया के चाचा और मैहतपुर ट्रक यूनियन के पूर्व प्रधान संजीव कंवर ने कहा कि उनके परिवार को इस हत्याकांड को गैंगवार से जोड़ना अन्याय है।

ऊना जिले के बनगढ़ के मूल निवासी दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की हत्या को गैंगवार और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जोड़कर देखना सरासर गलत है। यह बात बुधवार को राणा बलाचौरिया के चाचा एवं मैहतपुर ट्रक यूनियन के पूर्व प्रधान संजीव कंवर ने कही।

उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड को गैंगवार से जोड़ना उनके परिवार के साथ अन्याय है। संजीव कंवर ने कहा कि जब से उनका भतीजा दिग्विजय सिंह कबड्डी का प्रमोटर बना था, तब से पंजाब के कुछ लोग उससे द्वेष रखने लगे थे। वे नहीं चाहते थे कि दिग्विजय पंजाब या विदेशों में कबड्डी खेल को प्रमोट करने के क्षेत्र में आगे बढ़े। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि दिग्विजय की शादी को लेकर जो बातें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह निराधार हैं। उसकी शादी पारिवारिक सहमति एवं पूरे रीति-रिवाजों के साथ हुई थी, न कि लव मैरिज, जैसा प्रचारित किया जा रहा है।

संजीव कंवर ने बताया कि उनकी भतीजी इटली में रहती है और उसी दिन विदेश के लिए रवाना होने वाली थी। फ्लाइट से कुछ मिनट पहले ही उसे अपने भाई की हत्या की सूचना मिली, जिसके बाद वह बदहवास होकर यात्रा रद्द कर लौट आई। दिग्विजय सिंह हरफनमौला और मिलनसार युवक था, जो अधिकतर अकेले ही आवाजाही करता था। उसका जुड़ाव केवल कबड्डी खिलाड़ियों और खेल जगत से रहा। वह स्वयं भी कबड्डी का खिलाड़ी रहा और पिछले पांच-छह वर्षों से भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय था।

संजीव कंवर ने बताया कि मोहाली के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि दिग्विजय सिंह का किसी भी प्रकार से गैंगवार से कोई संबंध नहीं था। इस दुखद घटना के बाद बनगढ़ स्थित उनके निवास पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है।

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