परिवार बर्बाद हो गया, तीन पीढ़ियां नशे की आदी, जांच में खुलासा
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके परिवार की तीन पीढ़ियां चिट्टे खाते हैं। चिट्टे पीने से परिवार के दादा, बेटा और पोती पीड़ित हैं।
चिट्टे के नशे ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है। प्रदेश में कई युवा चिट्टे की ओवरडोज से मर गए हैं। इस महीने शिमला में सबसे आश्चर्यजनक मामला हुआ। यहां पुलिस ने चिट्टे के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि उसके परिवार की तीन पीढ़ियां चिट्टे खाती थीं। चिट्टे पीने से परिवार के दादा, बेटा और पोती पीड़ित हैं। पुलिस टीम भी यह सुनकर चौंक गई। यही कारण है कि राज्य में कई मामले सामने आए हैं जिसमें परिवार के कई सदस्यों को सफेद शराब पीने की आदत हो गई है।
गिरफ्तार किए गए युवा लोगों से पूछताछ में हुआ ये खुलासा
शिमला के संजौली में पिछले दिनों चिट्टे के साथ गिरफ्तार दो युवकों से पूछताछ में पता चला कि उनमें से एक का भाई पहले ही चिट्टे की ओवरडोज से मर गया है और वह खुद भी चिट्टे का लंबे समय से आदी है। यह सफेद जहर युवा लोगों की अचानक मौतों का कारण बन रहा है, वहीं कई युवा नशे के लिए अपराधी बनते जा रहे हैं। बहुत से युवा अपने घरों में चोरी करने से भी गुरेज नहीं करते। युवा अक्सर अपनी मां के गहनों को बेचकर नशा खरीदते हुए पकड़े जाते हैं। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों से अवैध चिट्टे की तस्करी को रोकने के लिए शिमला पुलिस दिन-रात काम कर रही है। इसके बावजूद, नशा कम नहीं हो रहा।
नशे की लत के शिकार हैं न सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी।
नशे की लत के शिकार अब युवा, बुजुर्ग और हर आयु वर्ग के लोग हैं, इसलिए पुलिस की चिंता भी बढ़ी है। हाल ही में एक 75 साल का बुजुर्ग पुलिस द्वारा चिट्टा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। कोटखाई थाना क्षेत्र में कुछ समय पहले 56 वर्षीय एक व्यक्ति को भी चिट्टा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस साल जिला शिमला में 250 एनडीपीएस केस दर्ज हो चुके हैं। इसमें 550 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें 20 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है |
माता-पिता के बैंक खातों से चिट्टा खरीदने का उपयोग
शिमला पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। कुछ समय पहले संदीप शाह चिट्टा तस्कर गिरोह के मामले की जांच में पता चला था कि कई आरोपी चिट्टे की खरीद के लिए माता-पिता और बहन के बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यही वजह है कि शक के दायरे में आने की वजह से पुलिस ने उन्हें भी पूछताछ के लिए थाने में तलब किया। जब छानबीन की गई तो सच्चाई सामने आई। इसी तरह से शर्मा गिरोह के मामले में भी युवक ने मां के बैंक खाते का नशे की खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल किया था। इस वजह से पुलिस मां और बेटे दोनों को हिरासत में लेकर शिमला लाई थी।
चिट्टे का नशा युवाओं को ही नहीं, अब हर आयु वर्ग के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले रहा है। इस वजह से कई परिवार बर्बादी के कगार पर आ गए हैं। कई परिवारों में युवाओं के साथ ही अधिक उम्र के लोग भी नशे की लत का शिकार हो गए हैं। पुलिस नशा तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। -संजीव कुमार गांधी, एसएसपी शिमला
मनाली के होटल में बिक रहा था चिट्टा, दो महिलाओं समेत पांच धरे
पर्यटन नगरी मनाली में पुलिस ने चिट्टे की खेप पकड़ी है। मामले में पुलिस ने दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। मनाली के एक होटल में पुलिस ने दबिश दी। पुलिस को सूचना मिली थी कि होटल के कमरे से चिट्टा बेचा जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया। गुप्त सूचना मिली थी कि मनाली में मालरोड के समीप एक होटल में पंजाब के युवक और युवती परचून में चिट्टा बेचने का अवैध कारोबार कर रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस ने कमरे में दबिश दी तो आरोपी रोहित वर्मा 23, निवासी गांव रामामंडी, डाकघर पतारा, तहसील और जिला जालंधर, पंजाब, सीमा कौर 23, निवासी नूरमहल, निकोदर, जालंधर, पंजाब, मुकेश कुमार यादव 24, गांव भाटवलिया, डाकघर रेवती, तहसील वासडी, जिला वलिया, उत्तर प्रदेश, सानीजूल उर्फ दादा 33, निवासी गांव डागापोश, डाकघर नौश्तपुर, जिला वर्धमान, पश्चिम बंगाल, और नूरवानू खातून उर्फ पिंकी 24 निवासी गांव डांगापोश, डाकघर नौशोरतपुर, जिला वर्धमान, पश्चिम बंगाल के कब्जे से 26.29 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। डीएसपी केडी शर्मा ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ चल रही है।
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