चिंगारी से बनी आग: सरकारी लापरवाही और सुधीर की नाराजगी

 14 महीने से सुलग रही चिंगारी बनी आग, सरकार गठन के बाद ही शुरू हो गया था सुधीर की नाराजगी का सिलसिला

हिमाचल 

कांगड़ा क्षेत्र की अनदेखी को लेकर लंबे समय से नाराज विधायक सुधीर शर्मा ने राज्य सरकार से विद्रोह कर दिया है। साथ ही उनके करीबी राजेंद्र राणा सहित चार अन्य विधायक भी इस यात्रा पर हैं। हिमाचल कांगड़ा क्षेत्र की अनदेखी से परेशान विधायक सुधीर शर्मा ने राज्य सरकार से विद्रोह कर दिया है। साथ ही उनके करीबी राजेंद्र राणा सहित चार अन्य विधायक भी इस यात्रा पर हैं।


 हिमाचल में सरकार गठन के बाद ही नाराजगी का यह सिलसिला शुरू हुआ, जब सुधीर को निराश देखा गया था। राजेंद्र राणा भी उनके साथ थे। धूमल को हराने के बाद भी राणा मंत्रिमंडल में नहीं आए, इसलिए वे बागी हो गए। राज्यसभा चुनाव में लगभग एक वर्ष से चली आ रही यह आग भड़क गई। सरकार बनने के बाद से सुधीर शर्मा मंत्री पद न मिलने से परेशान रहे हैं। लेकिन सुधीर को 11 दिसंबर 2023 को सरकार का एक वर्ष पूरा होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में भी जगह नहीं मिली। सुधीर ने लंबे समय से सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।

 संस्कृत भाषा में महाभारत से लेकर श्रीमद्भागवत गीता के माध्यम से विधायक ने सोशल मीडिया पर अपने भाषण छोड़े, लेकिन राज्य सरकार ने सुधीर की नाराजगी को नहीं समझा पाया। प्रदेश सरकार का खुफिया तंत्र भी इस बारे में सरकार को सही तरीके से नहीं बताया। 22 अक्तूबर 2023 को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला और विधायक सुधीर ने एचपीसीए के होटल में 22 अक्तूबर 2023 को धर्मशाला में क्रिकेट विश्वकप के मैच के दौरान गपशप की थी। 

उस समय, इस बैठक की राजनीतिक गलियारों में बहुत चर्चा हुई थी। मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों की नाराज़गी को हल्के में लेते हुए मंगलवार को सुधीर शर्मा को हरियाणा भेजा। 11 दिसंबर 2022 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 21 दिसंबर 2022 को धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली पर आभार रैली में सुखविंद्र सिंह सुक्खू और सुधीर शर्मा के बीच झगड़ा हुआ। मुख्यमंत्री सुक्खू एनपीएस कर्मचारी यूनियन का आभार व्यक्त करते हुए मंच पर सभी मंत्रियों के साथ हाथ से हाथ पकड़ते हुए सुधीर ने उनका हाथ पकड़ना चाहा, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका हाथ छोड़ दिया। इस घटनाक्रम का वीडियो बाद में बहुत वायरल हुआ था।


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