हिमाचल शीतकालीन सत्र : - सीएम ने कहा कि मैंने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री की बात झूठ नहीं है, उनके साथ दिल्ली चलें।

सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नेता विपक्ष की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुछ बातें बकवास थीं। सीएम ने कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष से फिर से अनुरोध करता है कि भाजपा के सभी विधायक भी दिल्ली जाएं।

सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू बोले-उन्होंने कब कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कही बात पत्थर की लकीर नहीं है। उनका नेता प्रतिपक्ष से फिर से आग्रह है कि भाजपा के सभी विधायक भी दिल्ली चलें। आपदा राहत पैकेज के तहत घोषित इस बजट को जारी करने का वहां जाकर आग्रह करते हैं। यह बजट मिलेगा तो राज्य सरकार विपक्ष का भी धन्यवाद करेगी। बेशक यह दो महीने बाद ही मिले। सुक्खू ने यह बात नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की ओर से इस विषय पर सरकार पर निशाना साधने के बात कही।

सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने 2023 में आई आपदा पर 4500 करोड़ का आपदा राहत पैकेज घोषित करने के बाद आपदा प्रभावितों को 300 करोड़ रुपये तो व्यक्तिगत तौर पर दिए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 1500 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। यह पैकेज कब मिलेगा। इसी की बात की, कोई गाली नहीं दी। केंद्र से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए 1,30,000 रुपये दिए जाते हैं, पर इससे तो बाथरूम भी नहीं बनता है। मंडी में जब समारोह हुआ तो उसमें सबको बुलाया गया। एक अनिल शर्मा को छोड़कर कोई भाजपा विधायक नहीं आया। आप सबसे ज्यादा लोगों के बीच जाने की बात करते हैं। आप तो चंबा में राजस्व मंत्री के बराबर भी नहीं गए। मंडी में कार्यक्रम आपदा राहत फंड से नहीं, सरकार के अपने स्रोतों से आयोजित किया जा रहा है। भाजपा के समय में जो जनमंच होता था, उसमें क्या होता था। उप मुख्यमंत्री ने इस पर कहा था कि इसमें कितने तो फुल्के ही खा गए। भाजपा ने तो कोविड के नियम भी तोड़े।

सुक्खू ने कहा कि राजनीतिक बातों का जवाब तो राजस्व मंत्री देंगे। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर सरकार के जन संकल्प कार्यक्रम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जनसंकल्प रैली है। जनसंकल्प का मतलब यह है कि जनता के लिए संकल्प लिए जाएं। जयराम ठाकुर इसलिए इस विषय पर खूब बोल रहे हैं कि इनका ऑडियो इनके विधानसभा क्षेत्र में खूब चलेगा। इनका सोशल मीडिया का नेटवर्क बहुत मजबूत है। वह आपदा के बाद जयराम ठाकुर से पहले इनके क्षेत्र में गए थे। आपदा के दौरान जयराम अपने क्षेत्र से पांच दिन तक अनुपस्थित रहे। जब सड़क खोली तो वह अपने क्षेत्र में गए। इनकी सड़कें खोलने के लिए सरकार ने पोकलेन मशीनें लगाईं। सरकार ने कोई राजनीतिक द्वेष नहीं रखा। डीसी, अन्य अधिकारी और मंत्री वहां मौके पर गए। बागवानी कॉलेज के वहां आपदा से जान बचाने की बात की। मगर भाजपा के लोगों ने तो वहां तिरंगे का अपमान किया।






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